मुख्य करास्ट भू-आकृतियाँ (Major Karst Landforms)

मुख्य करास्ट भू-आकृतियाँ (Major Karst Landforms)

करास्ट भू-आकृतियों को दो भागों में बाँटा जाता है:

  • सतही करास्ट स्थलरूप (Surface Karst Landforms)
  • भूमिगत करास्ट स्थलरूप (Underground Karst Landforms)

1. सतही करास्ट स्थलरूप (Surface Karst Landforms)

(A) छोटे आकार के स्थलरूप

  • लैपिएस (Lapiés): चूना पत्थर की चट्टानों पर बने खांचे और दरारें।
  • सिंकहोल (Sinkhole): सतह पर बने गोल या अंडाकार गड्ढे, जो भूमिगत जल के कारण बनते हैं।
  • डोलाइन (Doline): सिंकहोल से बड़े कटोरेनुमा गड्ढे।
  • उवाला (Uvala): जब कई डोलाइन आपस में मिल जाते हैं, तो एक बड़ा अवनति क्षेत्र बनता है।
  • पोनोर (Ponor): सिंकहोल जैसा गड्ढा, जिसमें पानी भूमिगत धारा में समा जाता है।

(B) बड़े आकार के स्थलरूप

  • पोल्जे (Polje): विशाल करास्ट मैदान, जो अक्सर जलभराव वाले होते हैं।
  • ड्राई वैली (Dry Valley): वह घाटी जहाँ सतही जल प्रवाह नहीं होता, क्योंकि पानी भूमिगत होकर बहता है।
  • करास्ट टॉवर (Karst Tower/Karst Hill): गुइलिन (चीन) जैसी जगहों पर दिखने वाली ऊँची, संकरी, और खड़ी चूना पत्थर की पहाड़ियाँ।
  • करास्ट ब्रिज (Karst Bridge): चूना पत्थर के घुलने से बनी प्राकृतिक पुल जैसी संरचना।

2. भूमिगत करास्ट स्थलरूप (Underground Karst Landforms)

(A) भूमिगत जल निकासी स्थलरूप

  • गुफाएँ (Caves): चट्टानों के घुलने से बनी भूमिगत सुरंगें और कक्ष।
  • भूमिगत नदियाँ (Underground Rivers): करास्ट क्षेत्रों में जल सतह के नीचे बहता है।

(B) गुफाओं में बनने वाले स्थलरूप

  • स्टैलेक्टाइट (Stalactite): गुफा की छत से नीचे की ओर लटकने वाले खनिज संरचनाएँ।
  • स्टैलेग्माइट (Stalagmite): गुफा की जमीन से ऊपर की ओर बनने वाली संरचनाएँ।
  • स्तंभ (Column): जब स्टैलेक्टाइट और स्टैलेग्माइट आपस में मिल जाते हैं।
  • ड्रिपस्टोन (Dripstone): खनिजों के जमने से बनी अन्य छोटी संरचनाएँ।

निष्कर्ष

करास्ट स्थलरूप जल और रासायनिक अपक्षय के कारण बनते हैं। सतही करास्ट स्थलरूपों में सिंकहोल, डोलाइन, पोल्जे आदि प्रमुख हैं, जबकि भूमिगत करास्ट स्थलरूपों में गुफाएँ, स्टैलेक्टाइट और भूमिगत नदियाँ शामिल हैं।

अगर आपको किसी विशेष स्थलरूप पर अधिक जानकारी चाहिए, तो बताइए!

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